- 54 Posts
- 183 Comments
समय कैसे निकल जाता है, हमें पता ही नहीं चलता, आज जब 2015 अपनी पहली दस्तक के साथ हम सबके जीवन में कदम रख रहा है, वही 2014 भी हमसे बहुत कुछ कहकर और देकर जा रहा है, आज मैं शुक्गुज़ार हू ” जागरण परिवार” की जहा मुझे अपना नाम और पहचान मिली, हम लोग दिन भर की दिनचर्या के बाद जब इस मंच पर आते है, अपने अनुभवों को एक दूसरे को बताते है, तो लगता है, की वास्तव में कलम की ताकत कितनी बड़ी है, आज में शुक्रगुज़ार हू इस परिवार के हर सदस्य की जिन्होने अपना समय निकाला, मुझे प्रोत्साहित किया, हर जगह समर्थन किया, यह विश्वास दिलाया की समाज के लिए सोचना कितना ज़रूरी है, वास्तव में ” जागरण” के लेख पढ़ पता चलता है, की युवा पीढ़ी कितनी अधिक सजग है , जागरूक है देश के प्रति अपने कर्तव्य को लेकर . यह निष्ठा 2015 में भी इसी प्रकार से बनी रहे , यही कामना करती हू मैं , जब भी कोई नयी बात नया तमाशा देश दुनिया में लहराया तो” जागरण परिवार” ने उसके प्रति अपनी सजगता दिखाई है, इस प्रकार के मंच युवा पीढ़ी को अवश्य ही मिलने चाहीये . युवा जितना कर्तव्य को लेकर सकारात्मक सोच रखेगा देश का भविष्य उतना ही अधिक सुरक्षित रहेगा. कलम की ताकत ” प्रेमचंद और महादेवी ” वर्मा ने सिद्ध कर दी थी, जब उन्होंने समाज का सच्चा दर्पण लोगो को दिखाया. आज यह हमारा भाग्य ही है की हम स्वतंत्र तथा विकास की और अग्रसर देश में सास ले रहे है. पर आज़ादी, खुशहाली को बनाये रखना हम सबकी ज़िम्मेदारी है. और यह गर्व की बात है की ” जागरण परिवार” का प्रतियेक सदस्य इसी कोशिश में लगा हुआ है . आज शायद शब्द भी कम है शुक्रिया कहने को क्योकि सकारत्मकता से बड़ा कोई और शस्त्र नहीं है. और युवा पीढ़ी एक सही दिशा में सोचे यह एक एहम बात है.
टी वी पर प्रसारित ” सत्यमेव जयते” में एक महान विदुषी ने यह कहा था, की यदि निर्माण, सृजन और सकारात्मकता है, तो आप को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता , और वास्तव में कही ना कही हम सब भी इसी बात को मानते है की लेहरो से डरकर नौका पर नहीं होती, कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती .तो इस प्रकार आगे बढ़ते रहिये लिखते रहिये , नयी दिशा की ओर अपना कदम बढ़ाते रहिये , क्योकि सब कुछ संभव है अगर हम चाहे तो, कदम से कदम मिला कर चलिए , दो कदम आप चले दो कदम हम तभी तो साथ बढेग़ा , कभी हिम्मत मत हारिये , लगन मेहनत और ईमानदारी से ही आगे बढिए . आज एक बार फिर ज़रूरत है हम सबको एक साथ आने की , शहीदो ने हमें आज़ादी तो दिला दी , पर उनकी कुर्बानी तभी रंग लायेग़ी जब तिरंगे की शान पूरे विश्व में लहराए . नया साल सब के लिए शुभ हो, गणपति जी रिद्धि सिद्धि के साथ पधारे , सरस्वती माता की ज्ञान की गंगा हर घर में हो, सुख़ सम्पति हो , देश में भाईचारा बड़े , प्यार हो, सफाई रहे, साथ ही हर अच्छी सच्ची सोच को मंच ज़रूर मिले, सच को मंच मिले , लोगो के मन का डर खत्म हो. नए साल के स्वागत में कुछ पंक्तिया है.
गुलशन खिले हर ओर, सुरक्षा रहे, देश का हो विकास
सभ्यता से रचा बसा हो देश हमारा , हो हाथो में हाथ सबका.
हर इंसान को मिले सम्मान , हौसलों को मिले उड़ान , आज से अभी से हो सिर्फ और सिर्फ मानवता का सम्मान .
Read Comments